अतिवृष्टि से ग्रामीणों की संपत्तियों को हुआ भारी नूकसान,प्रशासन ने अभी तक नही ली ग्रामीणों की सुध
स्थानीय संपादक/ थराली चमोली। विगत अक्टूबर महीने के 17 से 19 तारीख को हुई भारी अतिवृष्टि से संपत्तियों को हुए नूकसान में शासन प्रशासन से मांग रहे ग्रामीण आर्थिक सहयोग,प्रशासन ने अभी तक ग्रामीणों को हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण नहीं किया।
विगत अक्टूबर महीने में हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से सोल पट्टी के रुईसाण ग्राम पंचायत के भीतलगाडी तोक में लोगों की संपत्तियों को भारी नुक़सान पहुंचा है, ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन से आर्थिक सहयोग दिए जाने की गुहार लगाई है परंतु ग्रामीण बताते हैं कि अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से नुकसान का स्थलीय निरीक्षण तक नहीं किया है।
गौरतलब है कि विकास खंड थराली के अंतर्गत सोल पट्टी का रुईसाण ग्राम पंचायत के भीतलगाडी तोक में विगत अक्टूबर महीने में हुई बारिश के दौरान आवासीय मकानों के पास भूस्खलन के कारण विक्रमसिंह, कलमसिंह, रघुवीर सिंह, हीरा सिंह,प्रतापसिंह, कलमसिंह की मकान, गौशाला और शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए थे।
ग्रामीण विक्रम सिंह ने बताया कि उन्होंने तत्काल तहसील प्रशासन को पत्र देकर गुहार लगाई थी कि उसके नुकसान का स्थलीय निरीक्षण कर उनको उचित सरकारी आर्थिक सहयोग दिया जाए। परंतु ग्रामीणों का कहना है कि एक माह का समय बीत जाने के बाद भी तहसील प्रशासन ने अभी तक उनके नुकसान का आंकलन करने की जहमत नहीं उठाई।
इसी तरह प्रधान प्रतिनिधि दिगपाल सिंह राणा ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में भितलगाडी तोक,रतपानी तोक,चम्मा तोक और ढमढमा तोक में जगह-जगह भूस्खलन की जद में हैं, जिनके उपचार करने की मांग की गई परंतु कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
क्षेत्र पंचायत सदस्य दिगंबर देवराडी ने शासन प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए, जिससे वे लोग अपने मकान, गौशाला और शौचालयों का पुनर्निर्माण कर सकें।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा