उत्तराखंड में 48 घंटे का मौसम अलर्ट जारी,मूसलाधार बारिश और बर्फ़बारी की आशंका
बीएसएनके न्यूज डेस्क। उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के फिर से सक्रिय होने से अगले 48 घंटे के लिए उत्तराखंड में भारी बारिश और बर्फ़बारी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग देहरादून ने गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में भारी से लेकर बहुत अधिक भारी बारिश की आशंका जताई है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार हैं। भारी बारिश और बर्फ़बारी की आशंकाओं को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक मौसम के बदले मिजाज के चलते राज्य के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों में 2500 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बारिश के साथ भारी बर्फबारी की आशंका है। कुमाऊं क्षेत्र के नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जैसे जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक मैदान से लेकर बाहर तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जबरदस्त ठंडक पड़ने के भी आसार हैं।
ऑरेंज अलर्ट : नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर
येलो अलर्ट : देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी
बर्फबारी से बदरीनाथ हाइवे बंद
चीन सीमा को जोड़ने वाले बदरीनाथ हाईवे और मलारी हाईवे से बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है। बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने बदरीनाथ हाईवे को बदरीनाथ धाम तक सुचारु कर दिया है, जबकि माणा गांव तक (तीन किमी) हाईवे खोलने का काम जारी है। वहीं जोशीमठ-मलारी हाईवे को भी मलारी तक सुचारु कर दिया गया है. यहां सेना के वाहनों की आवाजाही मलारी तक सुचारु हो गई है, लेकिन अभी मलारी हाईवे सेना की अग्रिम चौकियों तक खोला जाना बाकी है।
सामरिक दृष्टि से मलारी और बदरीनाथ हाईवे अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं लेकिन बर्फबारी के कारण दोनों हाईवे लगातार बंद हो रहे हैं, जिससे सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही सुचारु नहीं हो पा रही है। स्थिति यह है कि मार्ग पर जगह-जगह हिमखंड पसरे हैं। बर्फबारी के कारण बीआरओ दोनों हाईवे अब तक तीन बार खोल चुका है, लेकिन फिर बर्फबारी से हाईवे बंद हो जा रहा है। यहां तापमान माइनस 15 डिग्री तक पहुंच रहा है, जिससे बीआरओ को काम करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीआरओ अब तक जोशीमठ-मलारी हाईवे को मलारी तक और बदरीनाथ हाईवे को बदरीनाथ तक खोल चुका है।