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नारायणबगड़ विकास खण्ड के ग्राम प्रधान सरकारी सिस्टम से त्रस्त, मुख्यालय में दो दिवसीय अनशन प्रारंभ

स्थानीय संपादक / नारायणबगड़ चमोली। नारायणबगड़ के प्रधानों ने सरकारी सिस्टम से परेशान होकर विकास खंड मुख्यालय में अपना विरोध प्रदर्शन कर दो दिनों का क्रमिक अनशन प्रारंभ कर दिया है।

प्रधानों के 13 सूत्रीय मांगों में कहा गया है कि अभी तक बीडीसी की बैठक आयोजित नहीं की गई है, और ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में भी कर्मचारी व अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं।

जिस कारण पूरे जिले में नौ ब्लाकों में से नारायणबगड़ ब्लाक सबसे निचले पायदान पर जाकर रह गया है। मृत्युंजय परिहार के नेतृत्व में जारी आंदोलन को समर्थन देने पूर्व व्यपार संघ अध्यक्ष व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता दलीप सिंह नेगी,ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश कंडवाल, पूर्व महासचिव प्रधान संगठन उत्तराखंड के नरेंद्र सिंह रावत, छात्र नेता अतुल सती, सरपंच संघ ब्लाक अध्यक्ष भगवती प्रसाद सती पहुंचे।

प्रधानों का कहना था कि ग्राम पंचायतों में विकास कार्य ठप्प पड़ रहे हैं ,जिस कारण गरीब जनता को रोजी-रोटी के लाले पड़े हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर ग्राम पंचायतों में विकास कार्य किए भी जा रहे हैं तो उनका समय में भुगतान नहीं किये जा रहे हैं।

जिस कारण वे गांवों में विकास कार्यों से हाथ खींचने को विवश हो रहे हैं। मांग पत्र में चेतावनी दी गई है कि दो दिन के क्रमिक अनशन पर यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया और उनका समाधान नहीं किया जाता है तो 11 नवंबर से भूख-हड़ताल पर बैठने के लिए वे बाध्य होंगे।

धरने के बीच में खंड विकास अधिकारी मदनसिंह आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे और उनका ज्ञापन लेते हुए अश्वासन दिया है कि प्रधानों की समस्याओं पर सभी कर्मचारियों और प्रधानों का आपस में समन्वय कर समाधान किया जायेगा।

इस अवसर पर प्रधान फतेहसिंह, सुरेन्द्र सिंह, नरेंद्र भंडारी, देवेंद्र सिंह, गुड्डी नेगी, रीना रावत, सुशीला देवी,सरीता देवी,हेमा देवी, आनंद भंडारी, महेश कुमार, किशोर मनोडी, बीरेंद्र सिंह,धरमसिंह,प्रेमसिंह, दीपेन्द्र सिंह आदि बड़ी संख्या में प्रधान मौजूद रहे।

रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा

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