पंचकेदार में तृतीय तुंगनाथ मंदिर को विश्व में सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवालय
Dehradun: तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर में छतरी के जीर्णोद्धार का काम कलश लगाने के साथ ही पूरा हो गया है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) व दानीदाता के सहयोग से देवदार की लकड़ी से बनी नई छतरी मंदिर के शीर्ष पर लगाई गई है। दिल्ली के दानीदाता संजीव सिंघल के सहयोग से 13 लाख 65 हजार की लागत से नई छतरी का निर्माण किया गया है।
पंचकेदार में तृतीय तुंगनाथ मंदिर को विश्व में सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवालय माना जाता है। यहां भगवान आशुतोष के बाहु भाग की पूजा होती है। बीते चार सितंबर को पुरानी जीर्ण छतरी को उतारा गया था व कलश को मंदिर गर्भगृह में रखा गया था। सोमवार को तुंगनाथ में बारिश के बाद बर्फबारी शुरू हो गयी थी। इसके बाद भी कलश को पूजा के बाद गर्भगृह से लाकर हक हकूकधारियों व पश्वागणों की उपस्थिति में पूजा-अर्चना के साथ मंदिर के शीर्ष में लगाया गया।