बुजुर्गों को अपनों से मिल रही दुत्कार, रोजाना पहुंच रहे सरकार के द्वार
Dehradun: 60 बरस…। उम्र की वह गिनती जिसके बाद नागरिक वरिष्ठ कहलाने लगता है। उसने अब से पहले सरकार के लिए काम किया हो या न किया हो मगर सरकार उनके बारे में सोचने लगती है। योजनाएं बनती हैं, सहूलियत मिलती हैं। हक न मिले तो कानून बना है मगर जिन अपनों के लिए उम्र के इस पड़ाव तक उन्होंने सब कुछ किया वे अपने ही उन्हें न सिर्फ भूल रहे हैं बल्कि दुत्कार रहे हैं।