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- मुख्यमंत्री धामी ने नवनियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र बोले, “सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम बनाएं”।
- टनकपुर को मिली 36.30 करोड़ की विकास सौगात मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया 15 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास।
- मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘सशक्त बहना उत्सव’ में महिलाओं को किया प्रोत्साहित कहा, “महिलाएँ बनें आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड की अग्रदूत”।
- मुख्यमंत्री ने खटीमा में किया 215 फीट ऊँचे तिरंगे का लोकार्पण।
- मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा स्थित श्री पशुपतिनाथ मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और जनकल्याण की कामना की।
- मुख्यमंत्री ने किया 20.89 करोड़ रुपये की लागत से खटीमा मेलाघाट सड़क पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास।
- मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 09 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एम्बुलेंस) को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
- राज्य में सीमांत क्षेत्र विकास परिषद का गठन किया जायेगा मुख्यमंत्री
- खटीमा में ‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान के तहत पारंपरिक दियों और स्थानीय उत्पादों की खरीदारी कर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दिया वोकल फॉर लोकल का संदेश।’
- मुख्यमंत्री धामी का चम्पावत विधानसभा क्षेत्र में सड़क मार्ग से व्यापक दौरा ग्रामीणों से किया सीधा संवाद।
Dehradun: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को आईटी पार्क स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र से प्रदेशभर में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांवों में बचाव एवं राहत कार्यों को और अधिक गति प्रदान करने के निर्देश दिए। चमोली के नंदानगर क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा की जानकारी जिलाधिकारी चमोली श्री संदीप तिवारी से प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री ने गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को तत्काल बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री प्रातःकाल से ही आपदा परिचालन केंद्र तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में रहकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करते रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि के कारण प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पेयजल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था और नेटवर्क कनेक्टिविटी शीघ्र पुनः स्थापित की जाए। आपदा प्रभावित लोगों के लिए आश्रय, भोजन, स्वच्छ पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक एवं दवाओं की उपलब्धता बनाई जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। नंदानगर क्षेत्र में घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एवं पुलिस बल सक्रिय हो गए और बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वर्तमान में क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य पूरे समन्वय और तत्परता के साथ जारी हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावित गांवों के प्रत्येक परिवार तक राहत सामग्री शीघ्र पहुँचाई जाए । इस अवसर पर उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति श्री विनय रोहिल्ला,मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडेय और आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे। सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग