पुलकित आर्या की कैंडी फैक्ट्री में भीषण आग
ऋषिकेश : वनन्तरा प्रकरण के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या की कैंडी फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थियितों में आग लग गई। दमकल विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी हुई है।
इस प्रकरण के बाद भाजपा से निकाले गए पूर्व दायित्वधारी विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्या के रिसॉर्ट में कार्यरत महिला कर्मचारी की हत्या कर दी गई थी। पुलकित पर रिसॉर्ट में आने वाले वीआइपी मेहमानों को विशेष सेवा देने का दवाब बनाने का आरोप है।
रिसॉर्ट मालिक की बात न मानने पर महिला कर्मचारी को जिंदा चीली बैराज में फेंक दिया गया था। बाद में वहीं से उसका शव बरामद हुआ था। वनन्तरा रिसॉर्ट परिसर में ही मुख्य आरोपित पुलकित आर्य की कैंडी फैक्ट्री है, जो हत्याकांड के बाद से बंद है।
रविवार सुबह इसी फैक्ट्री में आग की लपटें दिखाई दीं। रिसॉर्ट और परिसर से हत्याकांड के साक्ष्य नष्ट करने को लेकर घटनाक्रम के दिन से ही अंगुली उठ रही हैं, ऐसे में कैंडी फैक्ट्री अग्निकांड को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। जांच के बाद ही सच सामने आएगा। फिलहाल शार्ट सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही है।
वहीं वनन्तरा रिसॉर्ट में आग लगने की घटना को साजिश बताते हुए युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनकारियों ने ऋषिकेश में हरिद्वार रोड स्थित कृषि उत्पादन मंडी समिति तिराहा पर सांकेतिक जाम लगाया।
दमकल की दो गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटीं। वनन्तरा रिसॉर्ट के पिछले हिस्से में पुलकित आर्य की दो मंजिला फैक्ट्री है, जिसमें कैंडी और अन्य हर्बल उत्पाद तैयार किए जाते हैं। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री के प्रथम तल पर कुछ बड़ी बैटरियां रखी हुई थी, जो इनवर्टर के रूप में सप्लाई का काम करती थी।
इन बैटरियों में शॅार्ट सर्किट हुआ। धमाके के साथ ट्रैक्टर के प्रथम तल में भीषण आग लग गई। इस तल में बड़ी मात्रा में केमिकल और कैंडी उत्पाद रखे गए थे। बड़ी मात्रा में गत्ते और प्लास्टिक का सामान भी यहां मौजूद था, जिसमें भीषण आग लग गई।
थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला विनोद गुसाई ने बताया कि ऋषिकेश तथा लक्ष्मणझूला से दमकल वाहन मौके पर बुलाए गए। जिसके बाद आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी भी फैक्ट्री के द्वितीय तल में कुछ मशीन और गत्तों में आग लगी है, जिसे बुझाने का प्रयास किया जा रहा है।
वनन्तरा रिजल्ट में महिला कर्मी की हत्या के बाद इस रिसॉर्ट तथा इसके पिछले हिस्से में स्थित फैक्ट्री की सुरक्षा के लिए पीएसी तैनात की गई है। पीएसी की प्लाटून मुख्य हिस्से में तैनात रहती है।
वनन्तरा प्रकरण के बाद मुख्य आरोपित पुलकित गुप्ता के रिसॉर्ट तथा फैक्ट्री की बिजली काट दी गई थी। तब से यहां विद्युत सप्लाई नहीं है। मगर फैक्ट्री वाले हिस्से में एक पावरफुल इनवर्टर और उसकी बैटरी लगी थी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि बैटरी में ही शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी है।थानाध्यक्ष लक्ष्मण झूला विनोद गुसाई ने बताया कि पीएसी ने पुलिस को फैक्ट्री वाले हिस्से में आग लगने की सूचना दी है। फिलहाल प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने का पता चला है। टीम को मौके पर भेजा गया है।
वनन्तरा रिसॉर्ट महिला कर्मचारी की हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग और वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर 18 दिन से धरना दे रहे युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनकारियों ने हरिद्वार रोड कृषि उत्पादन मंडी समिति के समीप सांकेतिक जाम लगाया।
आंदोलनकारियों का कहना है कि हत्याकांड के अगले रोज वनन्तरा रिसॉर्ट परिसर में स्थित फैक्ट्री में आग लग जाती है। हत्याकांड के डेढ़ माह के बाद फिर से पुलिस और पीएसी के पहरे के बीच आग का लगना किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है।
युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से विभिन्न संगठन से जुड़े सदस्यों ने 14 अक्टूबर से कृषि उत्पादन मंडी समिति के समीप धरना शुरू किया था। महिला कर्मी हत्याकांड में छिपे वीआइपी के नाम का खुलासा सीबीआई जांच की मांग और विधानसभा भर्ती घोटाले में आरोपित मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है।
रविवार को वनन्तरा रिसॉर्ट परिसर स्थित फैक्ट्री में आग लगने की सूचना पर आंदोलनकारियों उबाल आ गया। सभी ने एक स्वर से इसे साजिश करार दिया। मंडी तिराहा के समीप आंदोलनकारियों ने सांकेतिक जाम लगाया। मौके पर उपस्थित कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश की। करीब 15 मिनट तक जाम लगा रहा। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और एसआईटी की जांच से संतुष्टि जताते हुए आंदोलनकारियों ने सीबीआई जांच की मांग की।
प्रदर्शन में संघर्ष समिति के संयोजक दीपक जाटव, अरविंद हटवाल, संजय सिलस्वाल, जयेंद्र रमोला, विजय पाल सिंह रावत, स्वराज्य सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी, सरोजिनी थपलियाल, कुसुम जोशी, शकुंतला रावत, पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह, देवेंद्र प्रजापति, सुरेंद्र सिंह नेगी, देवी प्रसाद व्यास,विक्रम सिंह भंडारी आदि शामिल रहे।