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पीएम मोदी ने बिलासपुर से प्रदेश की जनता को 1471 करोड़ रुपये की लागत से बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का तोहफा दिया।

हिमाचल : बिलासपुर से प्रदेश की जनता को 1471 करोड़ रुपये की लागत से बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का तोहफा दिया। पीएम ने एम्स के सी ब्लॉक से इसका लोकार्पण किया। इसके बाद लुहणू मैदान में जनसभा के दौरान मंच से रणसिंघा बजाकर विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी शंखनाद भी किया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने विकास को रोके रखा, लेकिन हमारी सरकार की पहचान है कि जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करती है, उसका लोकार्पण भी करती है। अटकने, लटकने और भटकने के दिन चले गए।  बिलासपुर के बाद पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में पहुंचकर भगवान रघुनाथ का आशीर्वाद भी लिया। भारी भीड़ के बीच से होकर मोदी रघुनाथ के रथ तक पहुंचे और करीब सात मिनट भगवान के आगे नतमस्तक रहे। इसके बाद मंच पर जाकर 10 मिनट तक हाथ जोड़कर रथ यात्रा को निहारते रहे। मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो कुल्लू दशहरा में पहुंचे हैं।

इससे पहले बिलासपुर में एम्स का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने लुहणू मैदान से जनसभा में पीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के अब दोनों हाथों में लड्डू होंगे। यहां देश-दुनिया के लोग एम्स में इलाज करवाने आएंगे और इसका लाभ पर्यटन को भी होगा। मोदी ने कहा कि इसे ग्रीन एम्स के नाम से भी जाना जाएगा। कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने विपक्षी पार्टी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के साथ हिमाचल में जनता का आशीर्वाद न मिलता तो वे विकास में अड़ंगा डाल देते। मोदी ने कहा कि यह भी संयोग देखिए कि आज विजयादशमी है और उन्हें रणसिंघा फूंकने का अवसर मिला। यह भविष्य के लिए हर विजय का आगाज लेकर आया है।
अब हर साल हिमाचल में डॉक्टरी की पढ़ाई करेंगे 1,200 विद्यार्थी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब हर साल 1,200 विद्यार्थी डॉक्टरी की पढ़ाई करेंगे। वर्ष 2014 तक हिमाचल में केवल तीन मेडिकल कॉलेज थे और दो सरकारी थे। पिछले आठ साल में हिमाचल प्रदेश में पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बने हैं। 2014 तक अंडर ग्रेजुएट और पीजी विद्यार्थियों में सिर्फ 500 विद्यार्थी पढ़ सकते थे और आज यह संख्या 1,200 से अधिक हो चुकी है। यह दोगुने से भी ज्यादा है। एम्स में हर साल अनेक नए डॉक्टर बनेंगे। नर्सिंग से जुडे़ युवा भी प्रशिक्षण पाएंगे। इलाज भी बेहतर मिले और दूर तक जाना भी न पड़े, इसलिए एम्स, मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों में क्रिटिकल केयर सुविधाओं और गांवों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाने पर काम किया जा रहा है। बुधवार को लुहणू मैदान में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसी कालखंड में कोविड की भयंकर महामारी आई।
बिलासपुर को शिक्षा और स्वास्थ्य का डबल उपहार मिला
मोदी बोले कि हिमाचल प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, आधारभूत ढांचे के विजयादशमी पर मुझे हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात देने का अवसर मिला है। बिलासपुर को तो शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा का डबल गिफ्ट मिला है।

पीएम नरेंद्र मोदी।

देश का चौथा मेडिकल डिवाइस पार्क हिमाचल में
 प्रधानमंत्री ने लुहणू मैदान से 140 करोड़ से तैयार हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज भी प्रदेश की जनता को समर्पित किया। इसका उन्होंने वर्चुअल लोकार्पण किया। 349.83 करोड़ रुपये के बद्दी मेडिकल डिवाइस पार्क और 1692 करोड़ से बनने वाले पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन का भी शिलान्यास लुहणू मैदान से ही किया। बल्क ड्रग्स फार्मा पार्क के लिए तीन राज्यों में से एक हिमाचल को भी चुना गया है। सरकार मजबूती से काम करती है। आज की पीढ़ी के लिए भी और भविष्य की पीढ़ी के लिए भी। यह बच्चों के भविष्य का शिलान्यास होगा। नालागढ़ में चौथा मेडिकल डिवाइस पार्क भी हिमाचल में बन रहा है। हजारों करोड़ रुपये का निवेश होगा और हजारों युुवाओं को रोजगार मिलेगा। हिमाचल का एक पक्ष और है। यहां विकास की अनंत संभावनाएं छिपी हैं। यह पक्ष मेडिकल टूरिज्म का है। आज भारत मेडिकल टूरिज्म को लेकर एक बहुत बड़ा आकर्षण केंद्र बन रहा है।
क्या माताएं चुपचाप सहती रहें, यह बेटा किस काम का
मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में हिमाचल के अधिकतर परिवारों को पांच लाख रुपये के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। इस योजना से तीन करोड़ सात लाख गरीब लोगों का मुफ्त इलाज हो चुका है। डेढ़ लाख तो हिमाचल प्रदेश से हैं। 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया जा चुका है। मां-बहन का स्वभाव होता है कि वे कितनी भी पीड़ा सहती हैं और परिवार को नहीं बताती हैं। उनके मन में रहता है कि बीमारी का पता बच्चों को लगेगा तो वह कर्ज करके उपचार करवाएंगे। इन माताओं की चिंता कौन करेगा। क्या माताएं चुपचाप सहती रहें, यह बेटा किस काम का। मोदी ने सीने पर हाथ लगाकर कहा कि आयुष्मान योजना में लाभ लेने वाली 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं हैं।

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