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उत्तराखंड में बेटियों ने लहराया परचम,10वीं-12वीं दोनों में पासिंग प्रतिशत रहा ज्यादा

Dehradun: उत्तराखंड बोर्ड का परिणाम जारी होने के 11 दिन बाद काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने भी परिणाम जारी कर दिया है। आईसीएसई (10वीं) और आईएससी (12वीं) के रिजल्ट में इस बार भी बेटियों ने परचम लहराया है। 10वीं में पासिंग प्रतिशत की बात करें तो लड़कियों ने 99.41 फीसदी अंक हासिल किए हैं, जबकि बालकों का पासिंग प्रतिशत 98.88 फीसदी रहा है। ऐसे ही 12वीं में भी बालिकाओं का पासिंग प्रतिशत लड़कों से ज्यादा रहा है।

उत्तराखंड में दसवीं में 7577 छात्र–छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जिनमें 4024 छात्र एवं 3553 छात्राएं शामिल थीं। वहीं, 12वीं में 5441 परीक्षार्थी थे, जिनमें 2779 छात्र व 2662 छात्राएं शामिल हैं। 10वीं में 99.13 और 12वीं में 99.38 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। बोर्ड की ओर से 10वीं में 20 भारतीय और 14 विदेशी भाषाओं में 67 विषयों की परीक्षाओं का आयोजन किया गया था। जबकि 12वीं में 47 विषयों के लिए 12 भारतीय व चार विदेशी भाषाओं में छात्रों ने परीक्षा दी थी।

इंजीनियर बनना चाहती हूृं : एकांक्षी
देशभर में बुधवार को आईसीएसई और आईएसई बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए। देहरादून स्थित ऐन मैरी स्कूल में कक्षा 12वीं में पढ़ने वाली एकांक्षी मित्तल ने 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल टॉप किया है।

एकांक्षी ने अपनी इस सफलता का श्रेय मेहनत और निरंतर अभ्यास को दिया। उन्होंने बताया कि उनका सपना इंजीनियर बनने का है और इसके लिए वह जेईई की तैयारियों में भी जुटी हैं। हाल ही में आयोजित हुई जेईई मेन्स परीक्षा में एकांक्षी ने 99.28 परसेंटाइल प्राप्त किए हैं और अब वह जेईई एडवांस की तैयारी कर रही हैं।

एकांक्षी के परिवार में शिक्षा का विशेष महत्व है। उनकी मां शालिनी मित्तल अपने निजी संस्थान में अबेकस और वैदिक गणित की शिक्षिका हैं, जबकि उनके पिता पराग कुमार एक अनुभवी अधिवक्ता हैं। एकांक्षी की बड़ी बहन अदिति मित्तल चिकित्सा के क्षेत्र में कार्यरत हैं और वर्तमान में कोरोनेशन अस्पताल में इंटर्नशिप कर रही हैं।

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