भाजपा की न्याय यात्रा करौली बॉर्डर पर रोकी गई
करौली हिंसा को लेकर भाजयुमो और भाजपा नेताओं की न्याय यात्रा को करौली बॉर्डर पर रोक दिया गया। जिसके बाद कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। हालात काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित 400 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर महुआ थाने ले जाया गया है।
यात्रा को रोकने से आक्रोशित सतीश पूनिया, सासंद रंजीता कोली, सांसद मनोज राजौरिया सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे। भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने गहलोत सरकार को चेतावनी दी थी कि उन्हें अगर जाने नहीं दिया गया तो यहीं पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। सूर्या ने कहा कि हर कीमत पर करौली जाएंगे, नहीं तो सामूहिक रूप से गिरफ्तारियां देंगे।
यात्रा को रोकने से आक्रोशित सतीश पूनिया, सासंद रंजीता कोली, सांसद मनोज राजौरिया सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे। भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने गहलोत सरकार को चेतावनी दी थी कि उन्हें अगर जाने नहीं दिया गया तो यहीं पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। सूर्या ने कहा कि हर कीमत पर करौली जाएंगे, नहीं तो सामूहिक रूप से गिरफ्तारियां देंगे।
इस दौरान ‘गहलोत हमसे डरता है’ और ‘जय श्री राम’ की जमकर नारेबाजी हुई। भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। मौके पर तीन लेयर बैरिकेड्स लगाया गया है। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से समझाइश करने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। पुलिस पक्ष का कहना है कि अगर सरकार इजाजत देती है, तभी जाने देंगे। तेजस्वी सूर्या ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम जहां अभी हैं, वहां धारा 144 लागू नहीं है। करौली जाना हमारा संवैधानिक अधिकार है। यह तानाशाही सरकार हमारे अधिकारों को छीन रही है, इसलिए हम विरोध कर रहे हैं।’